वेद की मूल भाषा और उस भाषा की की उत्पत्ति व विकास ?
👆🏿मानव-सृष्टि के लगभग 300 वर्ष पश्चात् अर्थात् स्वायम्भुव मनु की चौथी पीढ़ी में लिखना पढ़ना शुरू किया क्योंकि उसी समय वेदों को लिपिबद्ध किया गया।
सुनकर स्वाध्याय करना तो वेद-आविर्भाव से ही प्रारम्भ हो गया।
वेद sanskrit equivalent language अर्थात् वेदभाषा में है। वेदों से ही ऋषियों ने संस्कृत भाषा का निर्माण किया।
……………आर्य प्रीतेश
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विदेशी विद्वानों की नजर में महान देश भारत
शीर्षक:- संस्कृत भाषा
∆ सर विलियम जोन्स
“संस्कृत भाषा आश्चर्यजनक रचना की क्षमता रखने वाली ग्रीक की अपेक्षा अधिक पूर्ण, लेटिन से अधिक विपुल एंव इन दोनों से अधिक उत्कृष्ट एंव परिष्कृत भाषा है |”
∆ प्रो० मैक्समूलर
“यह सत्य है कि संस्कृत का विज्ञान से वही सम्बन्ध है जो गणित का ज्योतिर्विज्ञान से |”
∆ पोकोक
“ग्रीक भाषा संस्कृत से ली गयी है |”
∆ डॉ० बैलन्टाईन
“संस्कृत सभी आर्य(भारतीय-यूरेपीय) भाषाओं की जननी है |”
∆ मि० बोप
“एक समय सारे विश्व में केवल संस्कृत ही बोली जाती थी |”
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