Saturday, December 12, 2015

सुविचार ________________________________ सुख के कारण- साधनो को इकट्ठा करने से अधिक महत्त्वपूर्ण है...

सुविचार
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सुख के कारण-

साधनो को इकट्ठा करने से अधिक महत्त्वपूर्ण है उनसे लाभ लेने का तरीका सीखना. यदि उपयोग करने की विधि सीखे बिना ही साधन ले लिये तो सिवाय हानि के और कुछ नहीं मिलेगा.

विश्वास वो शक्ति है जिससे उजड़ी हुई दुनिया में भी प्रकाश किया जा सकता है

मैं अकेला हूँ , लेकिन फिर भी मैं हूँ.
मैं सब कुछ नहीं कर सकता, लेकिन मैं कुछ तो कर सकता हूँ, और सिर्फ इसलिए कि मैं सब कुछ नहीं कर सकता , मैं वो करने से पीछे नहीं हटूंगा जो मैं कर सकता हूँ.-

खुद की तुलना ज्यादा भाग्यशाली लोगों से करने कि बजाये, हमें अपने साथ के ज्यादातर लोगों से अपनी तुलना करनी चाहिए, तब हमें लगेगा कि हम कितने भाग्यवान हैं.-

जीवन की विडम्बना यह नहीं है कि आप अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंचे, बल्कि यह है कि पहुँचने के लिए आपके पास कोई लक्ष्य ही नहीं था.

आपकी परेशानी, परेशानी नहीं है, आपकी प्रतिक्रिया परेशानी है

सफल कौन होता है?

कार्य करते समय अभाव, बाधा, विरोध, आरोप, विश्वासघात, कष्ट आदि प्रतिकूलताएँ आती ही रहती है । जो इनका समाधान निकाल लेता है या सहन कर लेता है या इनको टाल देता है । वह व्यक्ति सफल हो जाता है ।

दूर से हमें आगे के सभी रास्ते बंद नजर आते हैं क्योंकि सफलता के रास्ते हमारे लिए तभी खुलते जब हम उसके बिल्कुल करीब पहुँच जाते है।

अपनी इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए एक निश्चित योजना बनाएं , और तुरंत इसे क्रियान्वित करने की शुरुआत कर दें, चाहे आप तैयार हों या नहीं-

स्वयं में तुम्हें वह बदलाव करना पड़ेगा,
जो बदलाव तुम दुनिया में देखना चाहते हो |

एक सफल व्यक्ति वह है जो औरों के द्वारा अपने ऊपर फेंकी गई ईंटों से एक मजबूत नीव बना सके

कोई भी पुरुष बिना एक स्त्री के सहयोग के सफल नहीं होता. पत्नी या माँ , अगर दोनों हों, तो वह सच-मुच बहुत भाग्यशाली है.

कट्टरपंथी वो होता है जो अपना दिमाग बदल नहीं सकता और विषय वो बदलता नहीं है

जब जिंदगी आपको दुःखी होने के सौ कारण बताए, तो आप जिंदगी को बताओ कि आपके पास मुस्कुराने के हजार कारण है।

सफलता पहले से की गयी तैयारी पर निर्भर है,और बिना ऐसी तैयारी के असफलता निश्चित है.

संघर्ष इंसान को मजबूत बनाता है
फिर चाहे वो कितना भी कमजोर क्यो न हो
महत्त्वाकांक्षा को इतना आगे मत जाने दीजिये कि वो मौजूदा काम को भूल जाए .

अपने मिशन में कामयाब होने के लिए , आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा.

लक्ष्य बनाना अदृश्य को दृश्य में बदलने का पहला कदम है ।

छोटे-छोटे खर्चों से सावधान रहिये . एक छोटा सा छेद बड़े से जहाज़ को डूबा सकता है ।

ज्ञान में पूंजी लगाने से सर्वाधिक ब्याज मिलता है।

बार बार असफल होने पर भी उत्साह ना खोना ही सफलता है

जब आप किसी काम की शुरुआत करें, तो असफलता से न डरें और उस काम को ना छोड़ें. जो लोग ईमानदारी से काम करते हैं वो सबसे प्रसन्न होते हैं ।

असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श, उद्देश्य, और सिद्धांत भूल जाते हैं ।

जीवन में असफल हुए कई लोग वे होते हैं जिन्हें इस बात का आभास नहीं होता कि जब उन्होंने हार मान ली थी तब वे सफलता के कितने करीब थे

केवल एक चीज है जो किसी सपने का पूरा होना असंभव बनाती है : असफलता का डर।

हमारा लोगों को आत्मविश्वास देना ही प्रत्येक पल का सबसे ज़रूरी काम है जो हम कर सकते है क्योंकि तब वो अति उत्साह से काम कर सकेंगे

इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने कि लिए ये ज़रूरी हैं.

मैं देता हूं तुझको भोजन,

रोटी,कपड़ाऔर मकान।

सत्यार्थ प्रकाश में ऋषि कहते हैं,

मत कर तू ऐसा अभिमान।

केवल ईश्वर सबका दाता,

इसी सत्य को तू भी मान।।

*आर्य निर्माण*


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