Thursday, July 14, 2016

🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 ॥ॐ॥ओ३म् सच्चिदानन्दाय नम:॥ॐ॥ 🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂 —***★★★॥५॥★★★***— अविज्ञाय नरो धर्मं...

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॥ॐ॥ओ३म् सच्चिदानन्दाय नम:॥ॐ॥
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—***★★★॥५॥★★★***—
अविज्ञाय नरो धर्मं दुःखमायाति याति च ।
मनुष्य जन्म साफल्यं केवलं धर्मसाधनम् ॥
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धर्म को न जानकर मनुष्य दुःखी होता है। धर्म का सेवन करने में ही मनुष्य जन्म का साफल्य है।
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आओ मिल हम सब करें, वेदिक धर्म प्रसार।
गूंजे फिर संसार में, श्री सत्य-धर्म जयकार॥
-*: बोलो सत्य सनातन वेदिक धर्म की जय :*-
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