Wednesday, March 25, 2015

🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 हमारे तेतीस करोड़ (अर्थात् कोटि / प्रकार ) देवता चौतिसवां मै स्वयं 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 (१) ★ औ३म्...

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हमारे तेतीस करोड़ (अर्थात् कोटि / प्रकार ) देवता

चौतिसवां मै स्वयं

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(१) ★ औ३म् ★ [ कौन—ईश्वर ]

[ संख्या— एक ]

[ लक्षण — सृष्टिकर्ता ]

[ देव स्थान — महादेव ]

(२) ★ आत्मा ★[ कौन—जीवात्मा ]

[ संख्या — निश्चित बहुसंख्या ]

[ लक्षण — जैविक चेतनता ]

(३) से (१०) ★ वसु ★ [ संख्या — ८ ]

(३)- सूर्य

(४)- चन्द्रमा

(५)- नक्षत्र

(६)- पृथ्वी

(७)- जल

(८)- अग्नि

(९)- वायु

(१०)- आकाश

(११) से (२०) ★ रुद्र ★ [ संख्या - १० ]

(११)- प्राण

(१२)- अपान

(१३)- व्यान

(१४)- उदान

(१५)- समान

(१६)- नाग

(१७)- कुर्म्म

(१८)- कृकल

(१९)- देवदत्त

(२०)- धनन्जय

(२१)से(३२)★आदित्य★[संख्या-१२]

(२१)- चेत्र

(२२)- बैसाख

(२३)- ज्येष्ठ

(२४)- आषाढ़

(२५)- श्रावण

(२६)- भाद्रपद

(२७)- आश्विन

(२८)- कार्तिक

(२९)- मार्गशीर्ष

(३०)- पौष

(३१)- माघ

(३२)- फाल्गुन

(३३)★ यज्ञ ( प्रजापति) ★

[ संख्या — १ ]

(३४)★ विद्युत ( इन्द्र )

[ संख्या — १ ]

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आर्य ओमप्रकाश सिंह राघव

ग्राम - खेड़ा ( पिलखुवा )

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