Monday, December 7, 2015

।। ओ३म्।। 🚩विवेक वैराग्य🚩 ७-१२-२०१५ अहन्यहनि भूतानि गच्छन्ति यममन्दिरम्। शेषा:...

।। ओ३म्।।
🚩विवेक वैराग्य🚩
७-१२-२०१५

अहन्यहनि भूतानि
गच्छन्ति यममन्दिरम्।
शेषा: स्थावरमिच्छन्ति
किमाश्चर्यमतः परम् ।।

अर्थः- जब यक्ष ने पूछा की संसार का सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है तब धर्मराज युधिष्ठिर कहते है:-
नित्य प्रतिदिन लोग यम मन्दिर अर्थात् मृत्यु को प्राप्त हो रहे है किन्तु जो शेष बचे लोग है वो सदैव जीवित रहने की इच्छा करते है इससे बड़ा कोई आश्चर्य नही है।
(महाभारत )
मुकेशार्यः कानड़
ओ३म्


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