🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अपरिग्रहस्थैर्ये जन्मकथंतासंबोधः ||~~योगदर्शन~साधनपाद~सूत्र~39~~~~~~~~ पद्यानुवाद~~~~~~~~~~~~~~~~ जिनसे हो हानि योगी की अनावश्यक वस्तुऐं, विचार|| दृढ़ता पूर्वक त्यागे उनको, क्या क्यों कैसे उठा विचार| अपरिग्रह को स्थिर कर, जो योगी आगे बढ़ता है| यम की पूर्ण साधना करके, विमल हो मंजिल चढ़ता है||👏
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