।।ओ३म् ।।कृण्वन्तो विश्वमार्य।। www.aaryaveercampus.edu.in
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तस्य भूमिषु विनियोगः ||~योगदर्शन~विभूतिपाद~सूत्र~६~~~~~~~~~~~~~~पद्यार्थ~~~~~~~~~~~~~~~~~~दृढ होवे संयम की भूमि स्थूल से फिर सूक्ष्म बढ़ें| इसी तरह अभ्यास बढ़ाकर, विमल स्वर्ग सीढ़ी पर चढ़ें|| 👏
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