➡ *क्या आपने कभी इन पश्चिमी philosophers को पढ़ा है:❓❓❓❓❓*
1. *लियो टॉल्स्टॉय (1828 -1910):*
“ वैदिक धर्म और आर्य सभ्यता ही एक दिन दुनिया पर राज करेगी क्योंकि इसी में ज्ञान और बुद्धि का संयोजन है"।
2. *हर्बर्ट वेल्स (1846 - 1946):*
” वेदों का सनातन धर्म का प्रभावीकरण फिर होने तक अनगिनत कितनी पीढ़ियां अत्याचार सहेंगी और जीवन कट जाएगा तभी एकदिन पूरी दुनिया उसकी ओर आकर्षित हो जाएगी और उसी दिन ही दिल शाद होंगे और उसी दिन दुनिया आबाद होगी सलाम हो उस दिन “।
3. *अल्बर्ट आइंस्टीन (1879 - 1955):*
"मैं समझता हूँ कि आर्यों ने अपनी बुद्धि और जागरूकता के माध्यम से वह किया जो यहूदी न कर सके, वेदों मे ही वह शक्ति है जिससे शांति स्थापित हो सकती है"।
4. *हसटन स्मिथ (1919):*
"जो विश्वास हम पर है और इस हम से बेहतर कुछ भी दुनिया में है तो वो वेद आधारित सनातन धर्म है । अगर हम अपना दिल और दिमाग इसके लिए खोलें तो उसमें हमारी ही भलाई होगी"।
5. *माइकल नोस्टरीडाम (1503 - 1566):*
” वैदिक सनातन धर्म ही यूरोप में शासक धर्म बन जाएगा बल्कि यूरोप का प्रसिद्ध शहर आर्य लोगों की राजधानी बन जाएगा"।
6. *बर्टरांड रोसल (1872 - 1970):*
“मैंने वेदों को पढ़ा और जान लिया कि यह सारी दुनिया और सारी मानवता का धर्म बनने के लिए है, वैदिक धर्म पूरे यूरोप में फैल जाएगा और यूरोप में सनातन धर्म के बड़े विचारक सामने आएंगे । एक दिन ऐसा आएगा कि आर्य संस्कृति ही दुनिया की वास्तविक उत्तेजना होगा "।
7. *गोस्टा लोबोन (1841 - 1931):*
” वैदिक धर्म ज्ञान ही सुलह और सुधार की बात करता है । सुधार के ही विश्वास की सराहना में ईसाइयों को आमंत्रित करता हूँ"।
8. *बरनार्डशा (1856 - 1950):*
“सारी दुनिया एक दिन सनातन धर्म स्वीकार कर लेगी, अगर यह वास्तविक नाम स्वीकार नहीं भी कर सकी तो रूपक नाम से ही स्वीकार कर लेगी।
पश्चिम एक दिन सनातन धर्म स्वीकार कर लेगा और वेद ही दुनिया में पढ़े लिखे लोगों का धर्म होगा "।
9. *जोहान गीथ (1749 - 1832):*
"हम सभी को अभी या बाद मे सनातन धर्म स्वीकार करना ही होगा । यही असली धर्म है, मुझे कोई आर्य कहे तो मुझे बुरा नहीं लगेगा,
मैं यह सही बात को स्वीकार करता हूँ।
*जय आर्य जय वैदिक धर्म*
🙏🏼 *जय आर्यावर्त राष्ट्र की* 🙏
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