Monday, April 16, 2018

धन कमाने वाले प्रायः सभी लोग यह मानते हैं कि *मैंने जो धन कमाया है उस पर सिर्फ मेरा ही अधिकार है ।...

धन कमाने वाले प्रायः सभी लोग यह मानते हैं कि *मैंने जो धन कमाया है उस पर सिर्फ मेरा ही अधिकार है । मेरी इच्छा जहां होगी मैं वहां वैसे उतना खर्च करूंगा ।* यह सोच गलत है । क्योंकि आप जो धन कमाया, वह आप तब कमा पाए , जब बचपन से आपके माता पिता ने आपको पाल-पोसकर खिला-पिलाकर बड़ा किया । आपके गुरुजनों ने आपको अनेक विद्या सिखाईं । अन्य भी अनेक विद्वानों संन्यासियों महात्माओं ने आपको शिक्षा दी । ईश्वर ने भी आपके खाने पीने के लिए तरह तरह के अनाज फल फूल साग सब्जियां और सूर्य चंद्रमा पृथ्वी जल अग्नि इत्यादि पदार्थ बनाए। और इन पदार्थों की सहायता से आप इतने बलवान बुद्धिमान विद्वान धनवान एवं समर्थ बन पाए।

ईश्वर, माता पिता और गुरु जनों के अतिरिक्त, देशभर के लोगों ने भी आपके लिए रेल बनाई सड़क बनाई बिजली बनाई टेलीफोन बनाया कंप्यूटर बनाया टेलीविजन बनाया मोबाइल फोन बनाया जिन पदार्थों की सहायता से आप इतने समर्थ हुए और ₹2 कमा पाए ।

यदि ये सब लोग आपकी सहायता न करते , तो आप कुछ भी नहीं कमा पाते, और ना ही इतने स्वस्थ, बलवान व धनवान होते। इसलिए इन सब का उपकार मानना चाहिए। और इनकी सहायता से जो धन आपने कमाया , उस धन पर इन सब लोगों का भी कुछ हिस्सा अधिकार मानना चाहिए । तथा उनके लिए कुछ खर्च दान आदि भी करना चाहिए। यही बुद्धिमत्ता है और यही न्याय है । -स्वामी विवेकानंद परिव्राजक।


from Tumblr https://ift.tt/2viWjhY
via IFTTT

No comments:

Post a Comment