।।ओ३म् ।।कृण्वन्तो विश्वमार्य।। www.aaryaveercampus.edu.in
जिसने मेरे देश को लूटा उनकें त्योंहार मनाऊँ कैसे,जिस पेड़ के कोई गुण न हो उस पेड़ को सजाऊँ कैसे,जब न दी बधाई उसने होली और दिवाली की,उनको बधाई देने के लिये अपने मन को समझाऊँ कैसे,🔷🔷🔷🔷🔹🔷🔷🔷🔷
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