आओ मिलकर हम सब वैदिक धर्म बचाएं ।
दयानन्द के सपनों सा भारत राष्ट्र बनाएं।।
अंधकार से भरे सम्पूर्ण जगत को उठाएं।
वैदिक धर्म के ज्ञान की ज्योति जलाएं।।
कुरीतियों के भ्रम जाल को समूल मिटाएं।
जिनमे जलाईं न जाने कितनी अबलाएं।।
आओ मिलकर हम सब वैदिक धर्म बचाएं।
दयानन्द के सपनो सा भारत राष्ट्र बनाएं।।
शिक्षा का सबको पूर्ण अधिकार दिलाएं।
अधर्म की सम्पूर्ण जड़ों को जग से मिट्वाएं।।
जिस कारण पाखंडों ने जग मैं पैर जमाए।
यज्ञ हवन की शुद्ध सुगंधी सब दिश फैलाएं।।
आओ मिलकर हम सब वैदिक धर्म बचाएं।
दयानन्द के सपनो सा भारत राष्ट्र बनाएं।।
आर्यव्रत के अरिदलों को दयानंदी हुंकार सुनाएं।
आओ मिलकर हम सब आर्य व्रत राष्ट्र बनाएं।।
गुरुकुलीय परम्परा को घर घर में पहुचाएं।
आश्रम व्यवस्था पुनः जीवन में अपनाएं।।
आओ मिलकर हम सब वैदिक धर्म बचाएं।
दयानंद के सपनों सा भारत राष्ट्र बनाएं।। सुमित आर्य
from Tumblr http://ift.tt/1BKyFoN
via IFTTT
No comments:
Post a Comment