संसार में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिस पर झूठे आरोप ना लगाए जाते हों। और तो और , ईश्वर में एक भी दोष नहीं है एक भी कमी नहीं है वह कभी किसी पर अन्याय नहीं करता, दयालु है उपकारी है और बिना कुछ फीस लिए सबका न्याय करता है बदले में कुछ चाहता भी नहीं है , फिर भी ऐसे सर्वगुणसंपन्न सर्वशक्तिमान ईश्वर को भी लोग नहीं छोड़ते । अपनी अविद्या और स्वार्थ के कारण ईश्वर पर भी भरपेट दोष लगाते हैं , झूठे आरोप लगाते हैं। फिर आप और हम तो क्या चीज हैं, ? हम तो सर्वशक्तिमान नहीं हैं, सर्वगुण संपन्न नहीं हैं , जाने अनजाने हम से तो कभी कहीं गलतियां हो भी सकती हैं । ऐसी स्थिति में यदि कोई आप हम पर आरोप लगाए , तो क्या आश्चर्य की बात है ? कुछ नहीं ।
इसलिए लोग यदि आप पर झूठे आरोप लगाए निंदा चुगली करें तो घबराना नहीं , चिंता नहीं करना, और अपने मन को शांत रखना । इसके लिए 2 सूत्र हैं । पहला , *कोई बात नहीं* . दूसरा, *ईश्वर न्याय करेगा* .
अपने मन को शांत रखने के लिए ये 2 सूत्र अपने मन में बोलिए और मस्त रहिए । यह संसार ऐसे ही चलता है ऐसे ही चलेगा। इसकी परवाह न करें। - स्वामी विवेकानंद परिव्राजक।
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