ओ३म्
01 जनवरी से पहले यह पोस्ट सभी के प्रोफाईल पर होना चाहीए
केवल सेक्यूलरो, उदारवादियो और मानसिक गुलामो के लिए
खतना दिवस (01 जनवरी) की हार्दिक शुभकामनाएँ
01 जनवरी को व 31 दिसम्बर की रात को माँस, शराब का सेवन कर अपने राक्षस होने का प्रमाण प्रस्तुत करे फिर कही किसी लड़की या स्त्री के संग मुहँ काला कर अपने लम्पटता का परिचय दे उदारवादी होने का प्रमाण प्रस्तुत करे | फिर कहना हम सभी का सम्मान करते है लेकिन भारत मे रहकर भारतीयता व वैदिक संस्कृति का गला घोटते है |
भारतीयो हमारा नव वर्ष 01 चैत्र शुक्ल 2073 या अंग्रेजी कैलेन्डर के हिसाब से 08 अप्रैल 2016 को है |
ये ईसाई हम भारतीयो से ( 2072-2015) = 57 वर्ष पीछे चल रहे है ध्यान दे ये सम्वत् विक्रमादित्य के शासन काल से है पहले की तो गिनती ही नही किया नही तो ये आँकड़ा लाख वर्ष के आस पास आयेगा | इससे ही समझना चाहीए ये अंग्रेज हमसे कितने पीछे है |
ये नव वर्ष यीशू के खतना के उपलक्ष्य मे मनाया जाता है प्रमाण के लिए लिंक साथ मे दे रहा हूँ | 01 जनवरी को खतना दिवस मनाने वालो सोच लो क्या हो ????? नाम से हिन्दु काम व स्वभाव से ईसाई व मुस्लमान यानी अधकचड़े |
अगर आर्य नही बन सकते तो कम से कम भारतीय तो बन जाओ |
प्रमाण के लिए लिंक
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अब हमारे गॉड के सन्तान ( ईसाई ) कहेगे की आप गलत लिख रहे हो यीशु मसीह का खतना नही हुआ , आप गलत प्रचार कर रहे हो आदी आदी |
भाई बौखलाने से पहले बाईबिल तो पढ़ लिया होता तो पता लग जाता गलत लिखा है या सत्य | अगर बाईबिल नही पढ़े हो तो मै पढ़ा दे रहा हूँ ध्यान से पढ़ना
प्रमाण बाईबिल से :—-
लूका 2:21
जब आठ दिन पूरे हुए, और उसके खतने का समय आया, तो उसका नाम यीशु रखा गया, जो स्वर्गदूत ने उसके पेट में आने से पहिले कहा था।
पढ़ लिया अपनी इच्छा से नही लिखता प्रमाण के साथ लिखता हूँ |
गूगल बाबा भी यही बात कह रहे है , प्रमाण के लिए ऊपर के लिंक पर क्लिक करे |
ये आठवा दिन ०१ जनवरी था जिसके उपलक्ष्य मे ईसाई लोग त्यौहार मनाते है | ईसाई ०१ जनवरी को त्यौहार मनाये तो समझ आता है लेकिन अपने आप को हिन्दू कहने वाले अगर खतना दिवस मनाये तो इन्हे क्या कहाँ जाये ???????
ज्यादा से ज्यादा शेयर कर इस सच्चाई को हर भारतीय को बताएँ |
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