प्रतीक्षा की घड़ी अब समाप्त होती है.. भारत चालीसा या भारत गौरव गान सभी मित्रों को सादर समर्पित है..!! विनम्र निवेदन है कि 87 एम.बी. की फाईल उतारने में देरी लगे तो कृपया धैर्य रखें..
भारत चालीसा या ।। गौरव-गान।।
आर्य कवि पंडित जगदीशचन्द्र “प्रवासी”
है भू-मण्डल में भारत देश महान।
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