Friday, July 3, 2015

संगणकीय सिद्धांत GIGO (Garbage In Garbage Out) मानव पर भी यथावत लागू होता है दृश्य-श्रव्य...

संगणकीय सिद्धांत GIGO (Garbage In Garbage Out) मानव पर भी यथावत लागू होता है दृश्य-श्रव्य (Video-audio) माध्यम से कचरे का अन्तस् में आभरण पूरे के पूरे जीवन को ही कचरामय बना देता है.. अस्सी प्रतिशत से भी अधिक कचरा परोसनेवाले प्रचार-माध्यमों का सतत सेवनकर्ता आज का आधुनिक मानव कितना-कितना पठित-मूर्ख है..??
—————————
वैदिक धर्म की विशेषता(२०)
( ख )जिन वैदिक उपदेशों को मानने न मानने के लिए जीव स्वतंत्र है उनमें भी वैदिक उपदेश के विपरीत आचरण का दुखदायी परिणाम भोगना पड़ता है ।
यथा–‪#‎सत्य‬ बोलना चाहिए ।( झूठ बोलने पर दुखमय परिणाम भोगना पड़ता है ।)
‪#‎प्रात‬: सूर्योदय से पहले उठना चाहिए ।( देर से उठनेवाला रोगी , चिड़चिड़ा ,कारोबार में पिछड़नेवाला , पतनशील हो जाता है । )
‪#‎आदि‬-आदि ।
——————————
धुनयो यन्त्यर्थम् ।
ऋग्वेद 2/30/2
धुन के धनी अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं।
जो धुन के धनी हैं, इरादों के पक्के हैं, दृढ़ सङ्कल्प हैं वे निश्चय ही अपने लक्ष्य को पा लेते हैं, अतः जीवन में सफलता पाने के लिए अडिग और धुन के धनी बनो, क्योकि जो धुन के धनी होते हैं उनके समक्ष पर्वत भी नम पड जाते हैं, सागर थम जाते हैं, उनके लिए भूमि घर का आँगन के समान हो जाते हैं।

प्रस्तुति: शिव कुमार आर्य


from Tumblr http://ift.tt/1UhYMwh
via IFTTT

No comments:

Post a Comment