मित्रों, ईश्वर के वहां किसी की सिफारिश नहीं चलती, क्योंकि सिफारिश वही मानते हैं जिनहें धन दौलत की जरूरत हो, जिन्हें किसी का डर हो या किसी के साथ संबंध हो, मित्रों ईश्वर तो स्वयं धन ऐश्वर्य से युक्त है धन ऐश्वर्य देने वाला है उसे किसी के धन दौलत की कोई जरूरत नहीं है तो वह सिफारिश क्यों माने। दूसरा ईश्वर सर्वशक्तिमान है उसे किसी मन्त्री सन्तरी का कोई डर नहीं तो वह सिफारिश क्यों माने। तीसरा ईश्वर का किसी के साथ कोई संबंध नहीं है क्योंकि ईश्वर ना जन्म लेता है ना मरता है इसलिए उसका कोई सगा संबंधि नहीं है तो वह सिफारिश क्यों माने। मित्रों इसलिए जो लोग यह कहते हैं कि वह आपको ईश्वर से मिला देंगे, आपके पापों को ईश्वर से माफ करा देंगे। ईश्वर के संदेश वाहक बनते हैं ईश्वर के ठेकेदार बनते हैं वह लोग आपको ठगते है आपकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं मित्रों ईश्वर न्यायकारी है वह कर्मों के अनुसार फल देता है इसलिए वह हमारे किसी भी गलत कार्य को माफ नहीं करता।
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