जूरी का सार व फायदा. (राईट टू रिकोल पार्टी )
. ^^^ ज्यूरी सिस्टम में दण्ड देने की शक्ति नागरिकों के हाथो में होती है जिससे राजा और उसके कर्मचारियों द्वारा कारोबारियों पर किये जा रहे नाजायज उत्पीड़न में कमी आती है, और उद्योगों के पनपने के अवसर कई गुना बढ़ जाते है।
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इससे उद्योग धंधो का विकास होता है और तकनिकी विकास में तेजी आती है। तकीनीकी विकास के कारण हथियारों के निर्माण की प्रौद्योगिकी का विकास होता है, और आधुनिक हथियारों से राष्ट्र की सेना मजबूत हो जाती है। ग्रीस दुनिया का पहला देश था जिसमे ज्यूरी सिस्टम आया। और इसीलिए वे हथियारों की तकनीक में आगे निकल गए। सिकंदर को विश्व विजेता माना जाए या नहीं इस पर विवाद हो सकता है। लेकिन यह निर्विवाद है कि सिकंदर अपने काल में सर्वाधिक भूमि को जीतने में सफल हुआ था।
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सिकंदर द्वारा 2200 साल पहले 18 फुट लम्बा भाला प्रयोग किया जा रहा था जबकि हम 500 साल पहले तक भी 6 फुट लम्बे भाले का प्रयोग कर रहे थे। ग्रीस ने ही सबसे पहले घोड़े की जीन का आविष्कार किया था जिससे उसके घुड़सवारों को घोड़े पर पकड़ मिली और वे अच्छे तरीके से लड़ पाये। सस्ता चमड़ा बनाने की तकनीक जुटाने के कारण सिकंदर के सभी सैनिक पूरी तरह चमड़े की पोशाक से ढके रहते थे। सिकंदर ले पास गुलेले थी जिनकी सहायता से सैंकड़ो किलोग्राम के पत्थरों को दुश्मन की सेना पर फेंका जा सकता था।
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कुल मिलाकर सिकंदर के पास आधुनिक हथियारों का जखीरा था जिसने उसे इतने बड़े भू भाग को जीतने में सफल बनाया और इन हथियारो का निर्माण तकनिकी विकास के कारण सम्भव हुआ था। और यह तकनिकी विकास जूरी सिस्टम की देन थी। वक्त के साथ साथ ग्रीस में ज्यूरी सिस्टम कमजोर हो गया और ग्रीस का पतन हुआ।
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ज्यूरी सिस्टम को अपनाने वाला अगला देश ब्रिटेन था। 12 शताब्दी में ब्रिटेन में ज्यूरी सिस्टम आया और 16 वी शताब्दी तक ब्रिटेन तकनिकी विकास के कारण दुनिया का सबसे ताकतवर देश बनने लगा था। उद्योगों के विकास के कारण व्रिटेन ने हथियारों की तकनीक जुटाई और आधुनिक हथियारों के कारण वे सबसे मजबूत सेना खड़ी करने में सफल हुए।
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अमेरिका 1774 में ब्रिटेन से आजाद हुआ और उन्होंने अपने देश में ज्यूरी सिस्टम और राईट टू रिकॉल प्रक्रियाए लागू की। आज अमेरिका में सबसे मजबूत ज्यूरी सिस्टम और राइट टू रिकॉल प्रक्रियाएं है और यह अपवाद नहीं है कि अमरीका के पास दुनिया की सबसे ताकतवर फ़ौज और तकनीक है।
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