हम तो यहाँ हैं फिर ईश्वर कहाँ रहता है?(वहहमारे अन्दर रहता है।हम आत्मा हैं,आत्मा में रहता है।)
13.शरीर में आत्मा कहाँ रहता है?(हमारे शरीर में आत्मा, दोनों भृकुटियों के बीच में, आँखों के पीछे, अन्दर की ओर रहता है।)
14.परमात्मा हमें कैसे दिखाई देता है?(आँख बन्द करके उसको याद करो तो उसका अनुभव अर्थात् दर्शन होने लगता है।
15.भगवान् को हम किस नाम से पुकारें?(‘ओ३म्’नाम से)
16.परमात्मा कितने होते हैं?(ईश्वर एक होता है जिसका नाम–‘ओ३म्’है।)
17.क्या ईश्वर हमारी आवाज़ सुनता है?(वह सब की आवाज़ सुनता है, हमारे मन की आवाज़ भी सुनता है।)
18.ईश्वर कौन सी भाषा समझता है?(वह सब की भाषा समझता है। हम अपने मन में जो भी सोचते हैं या मुँह से बोलते हैं, वह ईश्वर सब की सुनता है और सब समझता है।)
19.ईश्वर हमारा कौन लगता है?(वह हमारा सबकुछ लगता है। ईश्वर हम सब का माता-पिता-मित्र-बन्धु लगता है। हम सब उस परमात्मा की सन्तान हैं। हम उसके के बच्चे हैं।)
20.वह सारा समय क्या करता है?(परमात्मा हर समय हम सब की सहायता करता है। उसने हमारे लिये ही पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश बनाया है। उसने हमारे लिये सूर्य, चन्द्रमा, तारे बनाए हैं। वह पूरा संसार बनाकर उसकी देख-भाल करता है।)
21.हमने भूत की कहानियाँ सुनी हैं,क्या भूत भी होते हैं?(नहीं ! भूत-वूत कुछ नहीं होते। अच्छे बच्चों को ऐसी कहानियाँ नहीं सुननी चाहियें।)
22.मास्टर जी के कमरे में टी॰ वी॰ लगी है। वे स्वयं देखते हैं किन्तु हम को देखने से मना करते हैं, ऐसा क्यों?(क्योंकि टी॰ वी॰ देखने से छोटे बच्चों की आँखें ख़राब होती हैं। जब आप बड़े हो जाओगे तो समझ जाओगे।)
23.हम बड़े कैसे होंगे?(रात को जल्दी सोना, सवेरे जल्दी उठना, पढ़ाई के मन लगाके पढ़ाई करना, खेल के समय ख़ूब खेलना और ठीक समय पर भोजन करना–फिर आप बड़े हो जाओगे।)
24.हवन करने से क्या होता है?(हवन करने से वायु शुद्ध होती है,बुद्धि तेज़ होती है, आयु बढ़ती है और मनुष्य स्वस्थ रहता है और वह कभी बीमार नहीं पड़ता है।)
25.क्या गाली देना बुरी बात होती है?(बहुत बुरी बात होती है। ईश्वर को भी अच्छा नहीं लगता इसलिये गाली देने से पाप लगता है। हमें कभी किसी को भी गाली नहीं देनी चाहिये। अच्छे बच्चे कभी किसी को गाली नहीं देते हैं।)
26.यदि कोई हमें गाली दे तो हमें क्या करना चाहिये?(उसको समझाना चाहिये कि अच्छे बच्चे गाली नहीं देते, गाली देना बुरी बात है, इससे पाप लगता है।)
27.पाप क्या होता है?(प्रत्येक बुरे काम को पाप कहते हैं। जैसे झूठ बोलना,किसी को बिना कारण के मारना,गाली देना आदि। पाप करने वाले को ईश्वर दु:ख देता है।)
28.क्या चोरी करने से भी पाप लगता है?(बिना पूछे किसी की वस्तु उठाकर अपने काम में लाना‘चोरी’कहाती है। चोरी करना बहुत बड़ा पाप होता है।)
29.यदि कोई वस्तु पूछकर लेंगे तो?(जिस की वस्तु है उससे पूछकर लेना अच्छी बात है। इससे कोई पाप नहीं लगता। अच्छे बच्चे किसी की वस्तु हो बिना पूछे कभी हाथ नहीं लगाते हैं।)
30.क्या झूठ बोलना भी पाप होता है?(हाँ! झूठ बोलना सब से बड़ा पाप होता है, इससे भगवान् बहुत बड़ा दु:ख देते हैं।)
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