।।ओ३म् ।।कृण्वन्तो विश्वमार्य।। www.aaryaveercampus.edu.in
⏰ वैदिक सूक्ति 🎤
पर्णाल्लघीयसी भव || (अथर्व• १०|१|२९)
हे मानव ! तू पर्ण = पत्ते से भी हल्का बन अर्थात् नम्र बन ||
ओ३म्…! वेदों की ओर लोटो || www.onlineved.com
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