।।ओ३म् ।।कृण्वन्तो विश्वमार्य।। www.aaryaveercampus.edu.in
।। ओ३म् ।।
प्रणवष्टेः ।। अष्टाध्यायी ।।
- यज्ञ कर्मों के बाद ओ३म् का ध्यान करें ।। ओम् अभिधान से अभिधेय परमेश्वर ही उपास्यदेव है
।। ओ३म् शम् ।।
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