आर्य समाज पवित्र वेद का प्रचारक है, आर्य समाज में ही वेद कथा होती है , आर्य समाज न होता तो वेद जनमानस से लुप्त हो जाता । आर्यसमाज के कारण ही आज महापुरुषों का उज्जवल चरित्र हिन्दुओं के सामने हैं, अगर आज पौराणिक समाज आर्य समाज के साथ बैठकर पुराणों से अश्लील कथायें निकालवा दे तो हमारे महापुरुषों के ऊपर कोई उँगली न उठा सके , आर्य समाज के कारण ही हम विधर्मियों को उत्तर दे पाने में सक्षम हैं , आर्य समाज ने ही शास्त्रार्थ परम्परा को पुन: जन्म दिया , आर्य समाज के कारण ही आज वेद की पवित्रता कायम है वरना पौराणिक आचार्यों ने तो इसकी पवित्रता को नष्ट ही कर डाला था , आर्य समाज ने ही कर्मणा वर्ण व्यवस्था को सामने रखा , आर्य समाज ने ही शूद्र कहे जाने वालों को जनेउ पहनाया , आर्य समाज ने ही सोलह संस्कारों की आवश्यकता पुन: सामने रखी । आईये इस पवित्र संस्था के साथ जुङकर धर्म, देश , संस्कृति और सभ्यता का रक्षण करें ।
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