Saturday, September 12, 2015

प्रश्न – क्या आर्य समाज वेदों का ठेकदार है ? उत्तर - हाँ । प्रश्न - आर्य समाज को वेदों की...

प्रश्न – क्या आर्य समाज वेदों का ठेकदार है ? उत्तर - हाँ । प्रश्न - आर्य समाज को वेदों की ठेकेदारी किसने सौंपी ? उत्तर – वेद ने सौंपी और कौन सौंपेगा । प्रश्न - प्रमाण दिखाओ ? उत्तर – इस बात का प्रमाण स्वयं वेद से है, देखो – ऋग्वेद ९/६३/५ “ इन्द्रं वर्धन्तो अप्तुर: विश्वमार्यम् । अपघ्नतो अराव्ण: ” इन्द्रम् - परमेश्वर की , वर्धन्त: - बङाई करते हुए , अप्तुर: - श्रेष्ठ कर्म करते हुए , विश्वम् - सबको , आर्यम् - आर्य बनाते हुए , कृण्वन्त: - बनाते हुए , अराव्ण: - कृपण. पापियो को , अपघ्न्त: - परे हटाते चलो । एक और मन्त्र देखो – ऋग्वेद ४/२६/२ “ अहं भूमिम् अददामार्याय ” अर्थात् मैं अपने पुत्र आर्य पुरुष को पृथ्वी देता हूँ ’ अब परमात्मा ने ये जिम्मेदारी आर्यों को सौंपी है कि वेद ज्ञान का प्रचार करो और समस्त मानव को आर्य बनाओ । तो ये जिम्मेदारी सम्भालते हुए आर्य समाज ये कार्य कर रहा है, लोगो को वैदिक धर्म में आने का आवाहन कर रहा है । मैं तो अपने समस्त हिन्दु भ्राताओं से कहता हूँ आर्य बनो बनाओ , वेद रक्षा करो करवाओ।


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