अंक - 30
भारतीय स्वतन्त्रता दिवस पर्व के अवसर पर देश पर प्राण न्योछावर करने वाले वीर-वीरांगनाओं को समर्पित विशेष प्रस्तुति:-
🍁 जिन्हें हम भूल गए 🍁
वीरांगना रानी गाईडींल्यु Rani gidnainlue
( नागालैंड : 1915 - 1993 )
नागालैंड की क्रन्तिकारी वीरांगना गाईडिंल्यू को 17 वर्ष की अवस्था में नागाओं ने कबीले की रानी स्वीकार किया। 4000 खूंखार नागा क्रांतिवीरों की सेना गठित रानी ने की और अंग्रेज हकुमत के साथ टक्कर ली। 17 अक्टूबर 1932 को अपने छोटे भाई के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।। उन्हें जेल में अत्यंत कठोर यातनाएं दी और देश की आजादी मिलने के 15 वर्ष बाद ही उन्हें मुक्त किया गया और जेल की कठोर यातनाओं के कारण 1993 में शरीरांत हुआ।
स्वामी भीष्म वेद प्रचार मण्डल घरौण्डा, वीरांगना रानी Gidainlue को शत शत नमन करते हुए भावभीनी श्रद्धाञ्जलि अर्पित करता है।
देश के वीर-वीरांगनाओ को नत मस्तक: शिव कुमार आर्य
from Tumblr http://ift.tt/2bblqWy
via IFTTT
No comments:
Post a Comment