डार्विन ने कहा : दूसरों को खाकर जियो।
परन्तु मेरे वेदों ने कहा : सबको सुखी बनाने के लिये जियो (सर्वे
भवन्तु सुखिन:)
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बाइबिल ने कहा : जिसका काम उसी का दाम।
कुरान ने कहा : जहान खुदा का और मेहनत इन्सान करे ।
किन्तु मेरे वेदों ने कहा : मेहनत इन्सान की, सम्पत्ति भगवान की
यानी (तेन त्यक्तेन भुजींथा) ।
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बाइबिल ने कहा : ईसाई बनो ।
कुरान ने कहा : मुसलमान बनो ( कुरान म.सि.2)।
किन्तु मेरे वेदों ने कहा : मनुष्य बन जाओ
(मनुर्भव)।
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बाइबिल ने कहा : पढाई नौकरी के लिये
कुरान ने कहा : पढाई कुरान के लिये ।
किन्तु मेरे वेदों ने कहा : पढाई केवल नैतिकता , ज्ञान और
नम्रता के लिये ।
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अरस्तू ने कहा : राजनीति शासन के लिये ।
कुरान ने कहा : शासन इस्लाम के प्रचार के लिये ।
किन्तु मेरे वेदों ने कहा:राजनीति की अपेक्षा लोकनीति ,
शासन की अपेक्षा अनुशासन ,तानाशाही की जगह संयम और
अधिकार के स्थान पर कर्तव्य पालन करें ।
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ईसाइयों ने कहा परमाणु हथियार नागासाकी और
हिरोशिमा जैसे शहरों को नष्ट करने के लिये ।
मुस्लिम आतंकियों ने कहा : परमाणु हथियार मिल जायें तो
काफिरों (गैर-मुस्लिम ) को मिटाने के लिये ।
किन्तु मेरे वेदों ने कहा : सम्पूर्ण विज्ञान ही जनकल्याण के
लिये (यथेमा वाचंकल्याण)
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