राष्ट्र और धर्म विरोधी शक्तियां लगातार हमलावर हैं |
कभी ऐसी शक्तियों के लिये मुसीबत समझा जाने वाला
आर्य समाज मृतप्राय है |
मुझे लगता था कि पिछले 3-४ वर्षो में जो हम नव-युवक
इससे जुड़े हैं, वो मिलकर कुछ नया करेंगे पर अफ़सोस
हमें एक-दूसरे की टांग खींचने से ही फुरसत नही है |
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