Monday, August 15, 2016

|| गलती उनकी नही, यह हुक्मे खुदा है || पाकिस्थान का पूर्व क्रिकेटर इमरान खान डोरेमोन सीरियल को...

|| गलती उनकी नही, यह हुक्मे खुदा है ||
पाकिस्थान का पूर्व क्रिकेटर इमरान खान डोरेमोन सीरियल को पाकिस्तान में दिखाने का विरोध किया,और कहा हिंदी में होनेके कारण यह काफिराना भाषा है, और उर्दू जो सिर्फ इस्लामी भाषा है । बच्चों को उस से दूर किया जा रहा है | उसी उर्दू को भारत में दूसरी भाषा का दर्जा राजनेताओं ने दिया है | उर्दू की पुस्तक में ईश्वर लिखा नही मिलेगा सब जगह अल्लाह ही लिखा होगा | इस्लाम वाले अगर यह मान लेते की, यह दोनों नाम एक ही है, तो ईश्वर लिखने में क्या दोष ? इस्लाम वाले बखूबी जानते हैं यह दोनों नाम एक नही है, पर हिन्दू दोनों नाम को एक मानता हैं ।

और ,रघुपति मान कर ईश्वर अल्लाह तेरो नाम का रट लगाता हैं, जिसे आज तक मुसलमानों ने नहीं लगाया ।
अगर हिन्दू मुस्लिम एकता की बात थी, तो कुरान का पाठ मन्दिर में किया गांधी ने, फिर गीत का पाठ मस्जिद में क्यों नही कर पाए ?
हिन्दू आज तक जानना नही चाहता, यह हिन्दू उसी मज़ार में मांगने,चादर चढाने, जाता है जहाँ हिन्दू के बाप का कातिल सोया है ।
उसी मज़ार के सामने बच्चा गोद में लिए खड़ा हैं उन्हीं से बच्चों पर थूकवाता है । हिन्दू देख कर भी नहीं सीखता । गांधी ने टोपी हिन्दू को पहनाई मुसलमानों ने उसे आज तक नहीँ पहनी, और गांधी ने भी नहीं पहनी, हिन्दू देख कर भी नही सीखा ।

कुरान वालों ने भली प्रकार इसे जाना समझा, और उसी पर अमल करते आये, और करते रहेंगे | इस्लाम वाले कुरान को अल्लाह का फरमान मानते है, अल्लाह का हुक्म, आदेश मानते हैं | और कुरान में अल्लाह ने मुसलमानों को हुक्म दिया है कुरानी भाषा में, सुनें अल्लाह ने मुसलमानों को हुक्म क्या दिया है ? सूरा न० 3 =आयत =न० 28 को देखें मैं एक ही प्रमाण देता हूँ और भी अनेक है |
لَا يَتَّخِذِ الْمُؤْمِنُوْنَ الْكٰفِرِيْنَ اَوْلِيَاۗءَ مِنْ دُوْنِ الْمُؤْمِنِيْنَ ۚ وَمَنْ يَّفْعَلْ ذٰلِكَ فَلَيْسَ مِنَ اللّٰهِ فِيْ شَيْءٍ اِلَّآ اَنْ تَتَّقُوْا مِنْھُمْ تُقٰىةً ۭ وَيُحَذِّرُكُمُ اللّٰهُ نَفْسَهٗ ۭ وَاِلَى اللّٰهِ الْمَصِيْرُ 28 ؀
مسلمان مسلمانوں کو چھوڑ کر کافروں کو دوست نہ بنائںذ اور جو کوئی یہ کام کریں اسے اللہ سے کوئی تعلق نہں2 مگر اس صورت مںِ کہ تم ان سے بچاؤ کرنا چاہو اور اللہ تمہںت اپنے سے ڈراتا ہے اور اللہ ہی کی طرف لوٹ کر جانا ہے |
The believers must not take the disbelievers as friends instead of the believers. And whoever does that has no relation with Allah whatsoever, unless you (do so) as a protective measure (in order to) save yourself from them. Allah warns you of Himself, for unto Allah is the return.|

अर्थ:- मुसलमान मुसलमानों को छोड़ कर काफिरों को दोस्त ना बनाओ,और जो कोई यह काम करे उसे अल्लाह से कोई तयाल्लुक नही मगर उस सूरत में की तुम उनसे बचाव करना चाहो और अल्लाह तुम्हें अपने से डराता है,और अल्लाह हिकी तरफ लौट कर जाना है |

यह हुक्म है कुरान में अल्लाह का, इसे नहीं जानकर गाँधी ने हिन्दू मुसलिम एकता की बातें की, जो आज तक इस्लाम वालों ने स्वीकार नही किया | इसका जीता जागता प्रमाण है की मोदी जी ने,पाकिस्तान के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए कपड़े के अदान प्रदान से लेकर शादी विवाह तक मीठाइयों की डिब्बी तक चली | पर नवाज ने कहा कुछ भी हो कुरानी हुक्म ही हमें मानना पड़ेगा | मैं उन कुरान के मानने वालों के साथ खड़ा हूँ, और कुरान के मुताबिक हमें रहना ही पड़ेगा | हमें उन अल्लाह वालों के साथ ही रहना होगा क्यों की हम भी कुरान को उतना ही मानते हैं, जितना की हाफिज सयीद,सलाउद्दीन,बगदादी, और उन सभी इस्लाम वाले मानते हैं कुरान को |

भले ही आप अपनी वैदिक मन्त्रों को रटें ={मित्रस्य चक्षुषा सर्वानी भूतानि समीक्षा महे} | आप अपने नज़र से सभी प्राणी को अपने समान मानते हों | किन्तु अल्लाह ने आप से हमें दोस्ती भी रखने को मना किया | भले ही बुरहान को आप आतंक वादी कह कर मार दिया हो,पर अल्लाह ने उसे शहीद कहा है जो कभी करता ही नही वह मरकर भी जिन्दा हैं जो कुरान में अल्लाह ने हमें यही बताया है देखें कुरान | सूरा बकर=2 =आयत =154 =
وَلَا تَـقُوْلُوْا لِمَنْ يُّقْتَلُ فِيْ سَبِيْلِ اللّٰهِ اَمْوَاتٌ ۭ بَلْ اَحْيَاۗءٌ وَّلٰكِنْ لَّا تَشْعُرُوْنَ ١٥٤؁
اور جو اللہ کی راہ مں مارے جائںَ انہںن مرا ہوا نہ کہا کرو بلکہ وہ تو زندہ ہںٌ لکنَ تم نہںٌ سمجھتے
Do not say of those who are slain in the way of Allah that they are dead. Instead, they are alive, but you do not perceive |

अर्थ:- और जो अल्लाह की राह में मारे जाएँ उन्हें मरा हुवा ना कहा करो, बल्कि वह तो जिन्दः हैं लेकिन तुम नही समझते |

अब अल्लाह का राह वही है जो इस्लाम को बुलन्द करने वाला काम हो और उसमें काफिरों के हाथो मारे जाये वही शहीद है |
नवाज ने इसे ही चरितार्थ किया और कहा भले ही आप भारत वाले किसी को आतंकवादी कहें पर अल्लाह ने उसे जिहादी कहा जो इस्लाम के लिए ही लड रहा हैं |
इसी प्रकार इस्लाम वाले अल्लाहु अकबर कहकर काफिरों को मारता है, कुरान सुनाने पर उसे छोड़ दी जाती है | भारत तेरे टुकड़े होंगे- इंशाअल्लाह - इंशाअल्लाह, इसे सुनकर देख कर कोई अनसुनी करे तो वह अपने आप ही जिम्मेदार हैं | इस्लाम क्या है इस्लाम का फरमान क्या है अल्लाह ने इस्लाम वालों को हुक्म क्या दिया है ? मैं निरन्तर आप लोगों को 33 वर्षों से सुना रहा हूँ आप लोग भी कुरान को पढ़ कर देखें | धन्यवाद =महेन्द्रपाल आर्य =13/8/16=


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