Mahendra Pal Arya
हाथी कभी पीछे मुड़ कर
नही देखता भोंकने वालों की आदत है
हाथी को देख कर भोंकना | मैंने मात्र इसलाम वालों से प्रमाणित
करने को कहा =कुरान को कोई कलामुल्लाह = और इसलाम को कोई धर्म
सिद्ध कर दिखाए ? इसेमें ही नानी याद आ गई ,
नेट पर सभी आने वालों को पता चल चूका है की
महेन्द्रपाल ने डॉ जाकिर नाईक की पीस tv पर
भारत में प्रतिबन्ध लगवा कर ही छोड़ा | उसकी
दुकानदारी में भी खलल डाल ही दिया
,यह तो आँखों देखा हाल है | अब तुम लोग झूठ -पाखंड- अन्ध विश्वास-
को अपना धर्म मानते रहो दुनिया वालों को पता लग चूका है की
पंडित महेन्द्रपाल आर्य ने अल्लाह की अ
मानवीय बातों को अ सामाजिक बातों को- अ वैज्ञानिक बातों को-
सृष्टि नियम विरुद्ध बातों से जिस कुरान और बाईबिल को ईश्वर गॉड तथा
अल्लाह के नाम से प्रचारित और प्रसारित कर रहे हैं ईसाई व मुसलमान |
वह सही में ईश्वरीय नहीं है यह
किस्सा और कहानी की किताब है ? जिसमें मानवता
विरोधी समाज विरोधी बातों कि भरमार है यह
मानवीय ग्रन्थ है ईश्वरीय नही ?
जिस ग्रन्थ में पारिवारिक घटनाएँ हों किसीकी
वंशावली हो - किसी मुल्क वालों की
भाषा में हो | जिसे अल्लाह या गॉड कहा जारहा हो वह किसी
पैगम्बर की शादी कराते हों- जहाँ पैगम्बर
अपनी बेटी से सन्तान बनाते हों यह
ईश्वरीय ज्ञान नही हो सकती अब
तलक प्रमाणित कर चूका हूँ | फिर भी कह रहा हूँ
की नेट पर लिखने और गाली बकने से बात बन्ने
वाली नही है सत्य और असत्य का हक़ और
बातिल का निर्णय लेने के लिए आमने सामने बैठ कर ही फैसला
हो सकता है | स्वामी दयानन्द ने क्या कहा और मुहम्मद ने
क्या कहा -यह इनसान थे अब्द थे इन्सान में कमी होना
स्वाभाविक है ? किन्तु याद खना जिन्हें तुम लोग अल्लाह कहते हो
उन्हीं में क्या और कैसी कमी है
सामने आने पर एक एक कर दुनिया वाले भी देखेंगे |
की सत्यार्थ प्रकाश में क्या लिखा है और कुरान व बाईबिल में
क्या लिखा है ? सही क्या है और गलत क्या है ? आ जाव
मुकाबला करने ताकि मानता की रक्षा हो सक forward by आरय कांनतिलाल भुज गुजरात
from Tumblr http://ift.tt/1F2VVSS
via IFTTT
No comments:
Post a Comment