Saturday, May 2, 2015

वेदों में ईश्वर की कुछ विशेषताए :- निराकार -अकायमव्रणम् |-यजुर्वेद ४०/४  सर्वशक्तिमान -शुक्रम्|-...

वेदों में ईश्वर की कुछ विशेषताए :-
निराकार -अकायमव्रणम् |-यजुर्वेद ४०/४ 
सर्वशक्तिमान -शुक्रम्|- यजुर्वेद ४०/४ 
अजन्मा - अजस्तद्ददृशे क्व| -अर्थववेद १०/८/४१ 
निर्विकार - अज एकपात |- यजुर्वेद ३४/५३ 
अनादी -सनातनम्|-अर्थववेद १०/८/२२ 
अनुपम -अपुर्वेणेषिता वाच:|- अर्थववेद १०/८/३३ 
न तस्य प्रतिमा अस्ति |-यजुर्वेद ३२/३ 
सर्वाधार -सोSदृंहयत सोSधारयत|- अर्थववेद ४/११/७ 
सर्व व्यापक - उरु: कोशो वसुधानस्तवायं यस्मिन्निमा विश्वा भुवनान्यन्त:|-अर्थववेद ११/२/१२ 
सर्वज्ञ - वेद भुवनानि विश्वा| - यजुर्वेद ३२/१० 
अजर अमर - अकामो धीरो अमृत: स्वयंभू
रसेन तृप्तो न कुतश्चनोन:|
तमेव विद्वान् न बिभाय मुत्योरात्मानं धीरमजर युवानम् |-अर्थववेद १०/८/४४ 
अभय- अभयंकर:|-अर्थववेद १०/२१/१ 
नित्य -एकपात |- यजुर्वेद ३४/५३ 
पवित्र - पवमान:|- सोSर्यमा |-अर्थववेद १३/४/४ 
दयालु - दयसे विजानन् |- यजुर्वेद ३३/१८ 
सर्वेश्वर- सर्वस्येश्वर: |- अर्थववेद ११/४/१
सृष्टिकर्ता - य इदं विश्वं भुवनं जजान |-अर्थववेद १३/३/१५ 
सर्वान्तर्यामी - स ओत: प्रोतश्च विभु: प्रजासु | - यजुर्वेद ३२/८


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