Thursday, March 29, 2018

आज के वातावरण में , जहां चारों और भोगवाद की आंधी चल रही है , व्यक्ति स्वार्थ में डूबकर सिर्फ भोगों...

आज के वातावरण में , जहां चारों और भोगवाद की आंधी चल रही है , व्यक्ति स्वार्थ में डूबकर सिर्फ भोगों को ही लक्ष्य बनाए बैठा है ।

ऐसे वातावरण में अपने आप को बुराई से पाप से बचा लेना कोई छोटी बात नहीं है । अपना जीवन पवित्र रख लेना , बहुत बड़ा काम है ।

और यह ईश्वर की कृपा और सहायता के बिना संभव नहीं है ।

इसके लिए प्रतिदिन सुबह और शाम दोनों समय ईश्वर की उपासना करें । वैदिक यज्ञ करें , वैदिक ग्रंथों का स्वाध्याय करें , आर्य विद्वानों का सत्संग करें, मन को पवित्र रखें , गंदी फिल्मों और उपन्यासों से बचें , गलत रास्ता दिखाने वाले मित्रों से बचें । तब तो संभव है कि आप अपना जीवन पवित्रता से जी लें, और बुराइयों से बचे रहें। -स्वामी विवेकानंद परिव्राजक।


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