Wednesday, February 10, 2016

जेसल करी ले वीचार माथे जम केरो मार सपना जेवो छे संसार तोरी राणी करे छे पोकार ! आवोने जेसल राय आपणे...

जेसल करी ले वीचार
माथे जम केरो मार
सपना जेवो छे संसार
तोरी राणी करे छे पोकार
!
आवोने जेसल राय
आपणे प्रेम थकी मळीये होजी
ऐजी पुरा संत होय त्यां
भळीये हो जी
★प
अनुभवी आव्यो छे अवतार
माथे सदगुरु नो आधार
जावु मारे धणीने दरबार
बेडली उतारो भव पार
!
गुरु ना गुण नो नही पार
भक्ति खांडा केरी धार
नुगरा शु जाणे रे संसार
ऐनो ऐळे ग्यो रे अवतार
आवोने जेसल राय
आपणे प्रेम थकी मळीये होजी
ऐजी पुरा संत होय त्यां
भळीये हो जी
★र
ऐ गुरु नी गती गुरु नी पास
जेवी कस्तुरी मा वास
धणी तारा नाम नो विस्वास
दिनो नाथ पुरे सौ नी आश
!
ऐ नित उठी नावा ने जाय
कोयला उजळा न थाय
गुणीका नो बेटळो जो थाय
ई वात केने केवा जाय
आवोने जेसल राय
आपणे प्रेम थकी मळीये होजी
ऐजी पुरा संत होय त्यां
भळीये हो जी
★ब
ऐ देखा देखी करवा ने जाय
इतो अधुरीयां केवाय
कुळीया कुवे पडवा ने जाय
मुरख मुळीयो वो थाय
!
भेगा विना भेगा थाय
इतो अधुरीयां केवाय
काया नुर ना वरताय
ऐना कल्याण केम करी थाय
आवोने जेसल राय
आपणे प्रेम थकी मळीये होजी
ऐजी पुरा संत होय त्यां
भळीये हो जी
★त
ऐ छीपु समुदंर मा थाय
ऐनी धन्य रे कमाइ
स्वाती ना मेहुला वरसाइ
त्यां तो साचां मोतीडा बंधाय
!
ऐ हीरला ऐरण मा ओराय,
माथे घण केरा घाव,
फुटे इ फटकीया केवाय,
खरा नी खरे खबरु थाय,
आवोने जेसल राय,
आपणे प्रेम थकी मळीये होजी
ऐजी पुरा संत होय त्यां
भळीये हो जी

ऐ चांदा सुरज नो प्रकाश
नवलख तारा ऐनी पास
पवन पाणी ने प्रकाश
सौ लोक करे तेनी आश
!
सवालाख कोथळीयु बंधाय
कोरो गांधीळो केवाय
हिरला माणेक त्यां थाय
हिरला माणेक त्या ओराय
आवोने जेसल राय,
आपणे प्रेम थकी मळीये होजी
ऐजी पुरा संत होय त्यां
भळीये हो जी

ऐ प्रेम ना पाठ प्रेम ना थाय
प्रेम नी ज्योती नो प्रकाश
जती सती मळी भेळा थाय
त्यांतो साचा संतोना मेळाप थाय
!
ऐ हेते हरी गुण गाय
प्रेमे गुरु पुजा थाय
कोळी पावळीयु वरताय
चार जुग नी वाणी तोरल गाय
आवोने जेसल राय,
आपणे प्रेम थकी मळीये होजी
ऐजी पुरा संत होय त्यां
भळीये हो जी
★परबत गोरीया★


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