ईश्वर एक है, अनेक नहीं
ईश्वर एक है, अनेक नहीं— वेदानुकूल सभी ग्रंन्थों में एेसा ही लिखा है | एक ईश्वर ही अनेक नामो से पुकारा गया है | प्रत्येक नाम उसके किसी न किसी गुण को प्रकट करता है | जैसे—-
ब्रह्म– सबसे बड़ा |
ब्रह्मा– सब जगत् को बनाने वाला |
शिव– कल्याण स्वरूप और कल्याण करने वाला |
विष्णु– चर और अचर सब जगत में व्यापक |
रूद्र– दुष्ट कर्म करने वालो को दण्ड देकर रूलाने वाला |
गणेश– सब का स्वामी और पालन करने वाला |
पिता– सब की पालना और रक्षा करने वाला |
देव– विद्वान और विद्या देने वाला |
यम– सब प्राणियो को न्यायपूर्वक यथायोग्य कर्मफल देने वाला |
भगवान– एेश्वर्यवान |
चन्द्र– आन्द स्वरूप और सबको आनन्द देने वाला |
आदि आदि….
ओ३म्…!
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