Monday, February 23, 2015

"आर्योद्देश्यरत्नमाला 2⃣👉धर्म =व्याख्या 1 ➡जिसका स्वरूप ईश्वर की आज्ञा का यथावत पालन करना =जैसा..."

“आर्योद्देश्यरत्नमाला 2⃣👉धर्म =व्याख्या 1 ➡जिसका स्वरूप ईश्वर की आज्ञा का यथावत पालन करना =जैसा वेदो मे कहा है, जो भी कहा है, ये सब ईश्वर की आज्ञा है उसका ठीक प्रकार से पालन करना ,आचरण मे लाना धर्म है।क्रमशः”

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