Friday, December 26, 2014

कृपया हर हिन्दू तक ये पहुंचाए और हमेशा याद रखे👇 वेद – केवल वेद ही हमारे धर्मग्रन्थ हैं...

कृपया हर हिन्दू तक ये पहुंचाए और हमेशा याद रखे👇

वेद –

केवल वेद ही हमारे धर्मग्रन्थ हैं ।

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वेद संसार के पुस्तकालय में सबसे प्राचीन ग्रन्थ हैं ।

वेद का ज्ञान सृष्टि के आदि में परमात्मा ने

अग्नि , वायु , आदित्य और अंगिरा – इन चार ऋषियों को एक साथ दिया था ।

वेद मानवमात्र के लिए हैं ।


वेद चार हैं ——




📜१. ऋग्वेद – इसमें तिनके से लेकर ब्रह्म – पर्यन्त सब पदार्थो का ज्ञान दिया हुआ है ।

इसमें १०,५२२ मन्त्र हैं ।

मण्डल – १०

सूक्त -१०२८

ऋचाऐं – १०५८९ हैं ।

शाखा – २१

पद – २५३८२६

अक्षर - ४३२०००

ब्रह्मण - ऐतरेय

उपवेद – आयुर्वेद


📜२. यजुर्वेद – इसमें कर्मकाण्ड है । इसमें अनेक प्रकार के यज्ञों का वर्णन है ।

इसमें १,९७५ मन्त्र हैं ।

अध्याय – ४०

कण्डिकाएं और मन्त्र — १,९७५

ब्रह्मण – शतपथ

उपवेद - धनुर्वेद


📜३. सामवेद – यह उपासना का वेद है ।

इसमें १,८७५ मन्त्र हैं ।

ब्रह्मण – ताण्ड्य या छान्दोग्य ब्रह्मण ।

उपवेद - गान्धर्ववेद


📜४. अथर्ववेद – इसमें मुख्यतः विज्ञान – परक मन्त्र हैं ।

इसमें ५,९७७ मन्त्र हैं ।

काण्ड - २०

सूक्त – ७३१

ब्रह्मण – गोपथ

उपवेद - अर्थवेद


📜उपवेद – चारों वेदों के चार उपवेद हैं । क्रमशः – आयुर्वेद , धनुर्वेद , गान्धर्ववेद और अर्थवेद ।


📜उपनिषद – अब तक प्रकाशित होने वाले उपनिषदों की कुल संख्या २२३ है , परन्तु प्रामाणिक उपनिषद ११ ही हैं । इनके नाम हैं —- ईश , केन , कठ , प्रश्न , मुण्डक , माण्डूक्य , तैत्तिरीय , ऐतरेय , छान्दोग्य , बृहदारण्यक और श्वेताश्वतर ।


📜ब्राह्मणग्रन्थ – इनमें वेदों की व्याख्या है ।

चारों वेदों के प्रमुख ब्राह्मणग्रन्थ ये हैं —-

ऐतरेय , शतपथ , ताण्ड्य और गोपथ ।


📜दर्शनशास्त्र – आस्तिक दर्शन छह हैं – न्याय , वैशेषिक , सांख्य , योग , पूर्वमीमांसा और वेदान्त ।


📜स्मृतियां – स्मृतियों की संख्या ६५ है , परन्तु प्रक्षिप्त श्लोकों को छोङकर मनुस्मृति ही सबसे अधिक प्रमाणिक है । इनके अतिरिक्त आरण्यक , धर्मसूत्र , गृह्यसूत्र , अर्थशास्त्र , विमानशास्त्र आदि अनेक ग्रन्थ हैं ।


📜 वेदों के छह वेदांग – शिक्षा ,कल्प , निरूक्त , व्याकरण , ज्योतिष और छन्द ।


📜 वेदों के छह उपांग – जिन को छः दर्शन या छः शास्त्र भी कहते हैं ।

१. कपिल का सांख्य

२. गौतम का न्याय

३. पतंजलि का योग

४. कणाद का वैशेषिक

५. व्यास का वेदान्त

६. जैमिनि का मीमांसा


इस मैसेज को संभाल कर रखे।




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