Monday, December 22, 2014

स्वामी जी के पत्रों व विज्ञापनों में व्याख्यान सूचना [ पूर्ण संख्या २२७ ] विज्ञापन पाठकों को शुभ...

स्वामी जी के पत्रों व विज्ञापनों में

व्याख्यान सूचना

[ पूर्ण संख्या २२७ ] विज्ञापन

पाठकों को शुभ सूचना है कि इन दिनों पंडित

स्वामी दयानंद सरस्वती जी महाराज

दिल्ली नगर में आये हुए हैं और सब्जी मंदी के

स्थान पर लाला बालमुकंद केसरीचंद के बाग़ में

ठहरे हुए हैं | जिस किसी ने उनसे भेंट

करनी हो वह पांछ बजे शाम से लेकर दस बजे रत

तक उनसे मिला सकता है , और वेड शास्त्र में

जो कुछ पूछना अभीष्ट हो , पूछ सकता है

| ………….. स्वामी जी महाराज इस प्रकार



पदेश करते हैं कि हम आर्यावर्ती लोग

ही क्या, अपितु अमरीका अर्थात् इस

दुनिया के हजारों निवासी भी पवित्र वेड के

अनुयायी होकर उनके धर्म का अनुकरण करने लगे

हैं | - १

[ पूर्ण संख्या २५७ ] विज्ञापन-पत्रंइदम्

….. जिस जिस सज्जन को सनातन वेदोक्त

धर्म विषय में कहना या सुनना होवे , सत्य पुरुष

उक्त स्थान में जाकर और समागम करके

सभ्यता और प्रीतिपूर्वक वेद और प्राचीन

शास्त्रों के विषय में संभाषण करें |

सब मनुष्यों को अत्यंत आवश्यक है कि ई

पुरुषार्थ से सत्यासत्य का निर्णय करके उससे

सब मनुष्यों को जानकार करें | क्योंकि यह

मनुष्य जन्मति दुर्लभ , धर्म के सेवने और अधर्म के

छोड़ने , परमात्मा की भक्ति और परमानंद

भोगने के लिए है | इसलिए जो शुभ काम कल

करना हो आज करें , जिससे सब

मंगलकारी बना रहे | - २

[ पूर्ण संख्या ४४४ ] पत्र

…. आर्य्य दर्पण में यह भी छाप

देना कि रमाबाई के दो व्याक्यान मेरठ में

बहुत ही अच्छे हुए | सब लोगों ने सुनके

प्रशंसा की | आशा है कि स्त्री लोगों में

उपदेश करेंगी तो बड़ी उन्नति की बात है | - ३

१. देखें ऋषि दयानंद सरस्वती के पत्र और

विज्ञापन भाग १ सम्पादक युधिष्ठिर

मीमांसक पृष्ट २८५

२. देखें ऋषि दयानंद सरस्वती के पत्र और

विज्ञापन भाग १ सम्पादक युधिष्ठिर

मीमांसक पृष्ट ३०६

३. देखें ऋषि दयानंद सरस्वती के पत्र और

विज्ञापन भाग १ सम्पादक युधिष्ठिर

मीमांसक पृष्ट ४८५




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