Monday, August 22, 2016

क्या ईसा मसीह ने सबके पाप अपने ऊपर लेकर अपना बलिदान किया था ? यहाँ बाईबल के ही प्रमाण देकर सिद्ध...

क्या ईसा मसीह ने सबके पाप अपने ऊपर लेकर अपना बलिदान किया था ?
यहाँ बाईबल के ही प्रमाण देकर सिद्ध करेंगे कि ईसा ने बलिदान तो क्या देना था बल्कि मृत्यु के भय से चीखें मार मार कर जीवन की भीख माँग रहा था ।
• हे पिता ! हो सके तो ये कटोरा ( सूली की मृत्यु ) मुझ से टल जाए । ( Methew 26-39 )
• यदि हो सके तो ये घड़ी उससे टल जाए ( Mark 14-35 )
• यह बात कहकर यीशू आत्मा में घबड़ाया ( Yohanna 13-21 )
• उसने अपने शरीर के दिनों में ऊँचे शब्द से पुकारकर और रोकर, उससे जो मृत्यु से बचा सकता था, विनती की, निवेदन किए । ( इब्रानियों को पत्र 5-7 )
• यीशू ने बड़े जोर जोर से पुकार कर कहा :- “एलीएली लामा शवकतनी !” अर्थात् हे परमेश्वर तूने मुझे क्यों त्यागा है ? ( Methew 27-4 )
इन सभी प्रमाणों से तो पता चलता है कि जैसा ढकोसला ईसाई प्रचारक ईसा के बलिदान के बारे में करते हैं कि उसने सबके पाप अपने ऊपर लेकर अपना बलिदान दिया वैसा कुछ नहीं है । बल्कि ईसा डर के मारे रोने और चीखने लगा था कि उसे मरने से बचा लिया जाए । जो सच्चे बलिदानी होते हैं वो मौत के डर से चीखें नहीं मारते बल्कि मौत को हँसते हुए स्वीकार करते हैं ।

ईसाईयों का शांति का संदेश :-
• यदि कोई प्रभु क्रीस्ट को प्यार न करे तो श्रापित हो ( 1 करन्तीनियों को पत्र 16-22 )
• अगर तुम्हारे पास कोई आवे यह शिक्षा ( ईसाई शिक्षा ) न लावे तो घर में न आने दो, और उसको प्रणाम न करो ( 2 युहन्ना 1-10 )
• लोगों से ऐसा बर्ताव करना कि उनकी वेदीयों को ढा देना, उनकी लातों को तोड़ देना, उनकी अशोरा नामक मूर्तियों को काट-काट कर गिरा देना और उनकी खुदू हुई मूर्तियों को आग में डाल देना ( व्यवस्था विवरण 7-5 )
• देवपूजकों को मार डालना । उनको अवश्य घात करना, उनको घात करने को सबसे पहले मेरा हाथ उठे पीछे सब हाथ उठाएँ ( व्यवस्था विवरण 1 )
• रविवार के दिन काम करने वाला मार डाला जाए क्योंकि सातवें दिन पवित्र और यहोवा के लिए विश्राम का दिन हो, उसमें कोई काम करे तो मार डाला जाए ( निर्गमन 35-2, Exodus 35.2. ) { इन्होंने तो मुसलमानों को भी पीछे छोड़ दिया । वो भी ये नहीं कहते कि जुम्मे के दिन काम करने वाला मार डाला जाए । }
• जाओ और दाख की बोरियों में घात में रहो और हर पुरुष सेना की बेटियों में से अपनी पत्नि चुन लो और बिन यमीन के देश को जाओ ( न्यायीयों की 21-21 )
• परस्त्रियाँ, बाल बच्चे और पशु आदि जितनी लूट उस नगर में से हो उसे अपने लिए रख लेना और तेरे शत्रुओं की जो लूट जो तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे लिए दे उसे काम में लाना ( विवरण 20-14 ) { ईसाई पादरी सफेद कपड़े पहनकर हाथ में बाईबल लेकर जो प्रेम और शांती का संदेश देते हैं वो सब डकोसला है । सत्य तो ये है कि ये अंदर से अन्य संप्रदायों से उतनी ही नफरत करते हैं जितनी कि मुसलमान करते हैं । कहते हैं कि हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती, ठीक वैसे ही हर सफेद कपड़ों वाला शांतिप्रीय नहीं होता । }


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